‘ पिता – ईश्वर का वरदान ‘
‘पिता’
है ईश्वर का रूप ,
है पावन एक धूप ,
है स्नेह भरा संबल ,
है खुशियों का नभतल ,
है प्यार जिनका अमूल्य ,
है रिश्ता वो अतुल्य ,
है जिनसे मेरी पहचान ,
ईश्वर का वो है वरदान !
- सोनल पंवार
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment