Wednesday, December 30, 2009

" पापा कब आओगे ?"

( 9 अगस्त 2009 मेरी ज़िंदगी का सबसे बुरा दिन था क्योंकि उस दिन मैंने अपने पापा को हमेशा के लिए खो दिया ! पापा अब कभी नहीं आयेंगे लेकिन फिर भी मुझे हमेशा पापा का इंतज़ार रहेगा ! शायद ये इंतज़ार कभी ख़त्म नहीं होगा ! )

“ पापा कब आओगे ? “

पापा कब आओगे ?
जाने कब से ढूंढ रही हूँ
अपनों में और सपनों में ,
इन पलकों की छाँव तले
क्या एक झलक ना दिखलाओगे ?
सच बोलो ना पापा मुझसे ,
पापा कब आओगे ?

आपको याद करके माँ
हर दिन है रोया करती ,
आपकी यादों में वो
हर पल है खोया करती ,
यादों के इन झरोंखों से बाहर
क्या आप कभी ना आओगे ?
सच बोलो ना पापा मुझसे ,
पापा कब आओगे ?

आपके बिना सूना है घर-आँगन ,
आपके बिना सूना है ये जीवन ,
क्या अपनी आवाज़ इस घर-आँगन में
फिर से नहीं सुनाओगे ?
सच बोलो ना पापा मुझसे ,
पापा कब आओगे ?

क्या रूठे हो पापा मुझसे
या खुशियाँ हमसे रूठ गई है ,
इन रूठी खुशियों को क्या
फिर से नहीं मनाओगे ?
सच बोलो ना पापा मुझसे ,
पापा कब आओगे ?

जानती हूँ जीवन की इस सच्चाई को
कि आप कभी ना आओगे ,
फिर भी आँखों में छिपे इस इंतज़ार को
क्या कभी ना ख़त्म करवाओगे ?
सच बोलो ना पापा मुझसे ,
पापा कब आओगे ?

पापा आप कब आओगे ?

- सोनल पंवार

6 comments:

  1. Waise p4p par padh chuke the,dubara aapki rachna se rubru hone ka mauka mila..!
    fir se kahenge sachchi shrandhanjali di aapne aur hamari sawednaye aapke sath hai...!

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  2. No body can replace anyones dad but we are only puppets in hands of destiny.Pl have courage,be brave and fulfill the dreams of yr father.He will be happy whereever he is.
    My best wishes ,
    dr.bhoopendra

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  3. i have tears in my eyes
    what sd i write i donn know
    may God bless u

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  4. सोनल जी, पढ़कर आँखे नाम हो गयी, आपके पिता जी को मेरा नमन!

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  5. कमेंट्स के लिए वर्ड verification हटा दें !

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  6. chuu gayi dil ki gehraaahiyon ko tumhaaari yeh kavita aur na jaaney kab aankhoo se aansuyon ki ek jhaddi se behney lagi....god bless you..

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